प्रयागराज:प्रयागराज के मदरसा जामिया हबीबिया से बड़ी खबर सामने आई है। मदरसे के प्रिंसीपल मोहम्मद तफसीरुल के कमरे से उर्दू भाषा में भड़काऊ साहित्य बरामद हुआ है। इस साहित्य का नाम “आरएसएस मुल्क में सबसे दहशतगर्द तंजीम” बताया जा रहा है, जिसमें आरएसएस के खिलाफ कई भड़काऊ लेख शामिल हैं। इस घटना की जांच चल रही है और इससे मदरसे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
देश में अशांति पैदा कर सकती है ये किताब
सूत्रों के अनुसार, बरामद साहित्य में देश में हुई कई आतंकी घटनाओं का भी जिक्र किया गया है। विशेष रूप से, यह साहित्य महाराष्ट्र पुलिस के एक रिटायर्ड मुस्लिम पुलिस अधिकारी द्वारा लिखा गया है, जिसके चलते जांच एजेंसियां इस साहित्य से जुड़ी अन्य किताबों की भी गहराई से पड़ताल कर रही हैं। जांच एजेंसियों की टीम इस मामले में गहन जांच कर रही है कि इस साहित्य का उपयोग किस उद्देश्य से किया जा रहा था और क्या यह देश की सुरक्षा के लिए कोई खतरा उत्पन्न कर सकता है। इस पूरे मामले से प्रयागराज और आसपास के इलाकों में हलचल मच गई है और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को गंभीरता से ले रही हैं।
देश और बच्चों के भविष्य पर उड़े बड़े सवाल
यह घटना न केवल मदरसे के प्रशासन की सुरक्षा और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है, बल्कि यह भी बहुत चिंताजनक है कि इस प्रकार का भड़काऊ साहित्य बच्चों की पहुंच में हो सकता है। ऐसे साहित्य का बच्चों पर गतल प्रभाव भी हो सकता है, जो उनके मानसिक और शैक्षिक विकास को प्रभावित कर सकता है। इस स्थिति को देखते हुए, पुलिस और जांच एजेंसियां सक्रिय रूप से काम कर रही हैं ताकि यह देखा जा सके कि भविष्य में इस तरह की भड़काऊ सामग्री किसी भी अन्य शिक्षा संस्थानों तक न पहुँच सके। वे यह भी जांच रही हैं कि इस सामग्री के प्रचार के पीछे और कोई गहरी साजिश तो नहीं है, और इसके लिए सभी संभावित कनेक्शनों की गहराई से जांच की जा रही है। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी ऐसा साहित्य जिससे समाज में नफरत और हिंसा फैल सकती हो, वह स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों में पहुंचने से रोका जा सके।
मदरसे के अन्य सदस्यों से पुलिस की टीम ने की पूछताछ
प्रयागराज के मदरसा जामिया हबीबिया में भड़काऊ साहित्य मिलने के बाद, पुलिस ने मदरसे के अन्य सदस्यों से पूछताछ की। पुलिस यह जानना चाहती है कि क्या किसी को इस साहित्य के बारे में पहले से जानकारी थी और क्या इसका इस्तेमाल किसी और तरीके से किया गया था। पूछताछ का मकसद यह पता लगाना है कि इस मामले में और कोई जानकारी या सबूत मिल सकें।
प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरुल से पूछताछ कर रही पुलिस
पुलिस प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरुल से पूछताछ कर रही है। वे जानना चाहती हैं कि प्रिंसिपल को भड़काऊ साहित्य के बारे में जानकारी थी या नहीं और इसे क्यों रखा गया था।पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरुल को भड़काऊ साहित्य के बारे में पता था या नहीं और इसका उद्देश्य क्या था