Liquor Seizure: बिहार के पूर्णिया में पुलिस ने एक बड़े शराब तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया है मध्य निषेध विभाग और जिला और सूचना इकाई को सूचना मिली थी कि अररिया से एक लाल ट्रक में विदेशी शराब थी। एक बड़ी खेप लाई जा रही थी ट्रक को जप्त कर सदर थाने में लाया गया जहां 80 लख रुपए की 766 कार्टून शराब मिली। यह खेप असम से बिहार लाई जा रही थी और इसे दूध कंपनी के कंटेनर में छुपा कर ले जाया जा रहा था।
Liquor Seizure: सख्त कानून के बावजूद तस्करी जारी
बिहार सरकार के शराबबंदी के बावजूद तट पर नए-नए तरीके अपना रहे हैं राज्य में पिछले कुछ समय से जहरीली शराब के कारण हुई। मौतो के बाद पुलिस और उत्पाद विभाग ने कड़ी कार्रवाई शुरू की है लेकिन शराब माफिया अभी भी सक्रिय है। छपरा सीवान और गोपालगंज जैसे इलाकों में लगातार शराब कारोबारी पर कार्यवाही की जा रही है।
Liquor Seizure: तस्करो की गिरफ्तारी
इस मामले में ट्रक पर सवार दो लोगों को गिरफ्तार किया गया उनकी पहचान उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के निवासियों के रूप में हुई है। पुलिस को उनके जवाब से संतुष्टि नहीं मिली। इसके बाद यह जांच में यह बड़ी खेप पकड़ी गई। यह कार्रवाई राज्य सरकार द्वारा शराबबंदी कानून को शक्ति से लागू करने की कोशिश का हिस्सा है।
Liquor Seizure: बिहार में बढ़ती तस्करी के खतरनाक मुहीम
बिहार में शराब तस्करी के कई मामले सामने आ रहे हैं।हाल में ही औरंगाबाद विजयी पुर जैसे इलाकों से भी शराब की भारी मात्रा में बरामदगी की हुई। पुलिस तस्करों पर नजर बनाए हुए हैं लेकिन उनके काम करने के तरीके लगातार बदल रहे हैं जिससे चुनौती बढ़ रही है।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट है की बिहार में शराबबंदी के बावजूद तस्कर नई योजनाओं के साथ सक्रिय हैं और प्रशासन लगातार उन पर कार्यवाही कर रहा है।