Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ गई है। उप राज्यपाल भी कह देना में परिवर्तन निदेशालय (ईडी ) और शराब नीति घोटाले में अरविंद केजरीवाल पर मुकदमा चलाने की इजाजत दे दी है।
Arvind Kejriwal: क्या है मामला?
ईडी ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल ने’ साउथ ग्रुप’ से 100 करोड रुपए की रिश्वत लेकर शराब नीति बनाई और उसे लागू किया। नीति के जरिए निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। ई डी के मुताबिक,इस भ्रष्टाचार से जुड़े करीब 45 करोड रुपए गोवा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रचार के लिए खर्च किए गए।
Arvind Kejriwal: क्यों है केजरीवाल जिम्मेदार?
ईडी की शिकायत में कहा गया है कि केजरीवाल और आम आदमी पार्टी प्रमुख, इस धन के इस्तेमाल के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। आप है कि पार्टी ने भ्रष्टाचार की आय से सबसे अधिक फायदा उठाया है।
आप का पलटवार
आम आदमी पार्टी नें इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है। पार्टी का कहना है कि 2 साल की जांच, ढाई सौ से ज्यादा छापे और 500 लोगों की पूछताछ के बावजूद कोई सबूत नहीं मिला।आप ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह अरविंद केजरीवाल और पार्टी को कुचलने की साजिश कर रही है।
दो मामलों में आरोपी है केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल पर शराब नीति घोटाले से जुड़े दो अलग-अलग मामले हैं।
1. मुख्यमंत्री के रूप में आरोप : पद का दुरुपयोग कर नीति बनाकर कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने का आरोप। इस मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।
2. आप प्रमुख के रूप में आरोप :ईडी अब पार्टी के मुखिया होने के नाते उनके खिलाफ कैसे चलाएगी।
जनता पर क्या असर?
शराब नीति घोटाला दिल्ली के राजनीतिक माहौल को गर्माने वाला है। चुनाव से पहले यह मामला आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। वही, जनता के बीच इस मुद्दे का क्या असर होगा, यह आने वाले समय में ही पता चलेगा।