NIA Raids: एनआईए ने सोमवार को बिहार के सीवान से लेकर जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और असम तक नौ जगहों पर धावा बोला, जो बांग्लादेश में अल-कायदा के आतंकवादी गतिविधियों की जांच कर रहे हैं। सीवान के सराय थाना क्षेत्र में रहने वाले एक फल विक्रेता के घर से मिले सबूत हैरान करने वाले थे। फल विक्रेता अख्तर अली और उनके बेटे से जांच के दौरान एनआईए ने उनके घर से बैंक अकाउंट्स, मोबाइल फोन और लैपटॉप सहित महत्वपूर्ण दस्तावेज़ जब्त किए।
NIA Raids: क्या इस फल व्यापारी का आतंक है?
फल विक्रेता अख्तर अली के दोनों बेटे, सुहैल और आमिर अली, के बैंक अकाउंट्स को कुछ महीनों पहले संदिग्ध लेन-देन के चलते बंद कर दिया गया था। एनआईए टीम अब सोचती है कि ये खाता बांग्लादेश में एक अल-कायदा नेटवर्क के लिए धन जुटाने में प्रयोग हो रहा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुहैल हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में कारोबार करता था और युवाओं में कट्टरपंथी विचारधारा फैलाने का काम करता था।
NIA Raids: गंभीर आरोप: अल-कायदा की ओर प्रेरित करना!
एनआईए की जांच में पता चला कि बांग्लादेश से आए इन आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज़ बनाकर अपने असली इरादे छुपाए थे। उन्हें युवा लोगों को अल-कायदा से जोड़ना और पैसे का लेन-देन करना, जिसमें पाकिस्तान तक धन भेजना था!
NIA Raids: क्रांतिकारी संगठन का खतरनाक नेटवर्क!
एनआईए ने 2023 में बारह कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया था, और अब इसी श्रृंखला में छापेमारी हुई है। एनआईए ने कहा कि जिन लोगों के घरों पर छापे मारे गए, वे बांग्लादेश स्थित अल-कायदा नेटवर्क के समर्थक थे। यह साजिश पिछले साल सामने आई थी, जब बांग्लादेश से जुड़े अल-कायदा के गुर्गों ने यहां अपने खतरनाक उद्देश्यों का प्रचार करने का प्रयास किया था।
NIA Raids: NIA की यह कार्रवाई किसी और बड़े नेटवर्क की ओर तो नहीं संकेत कर रही है?
इस घातक नेटवर्क का उद्घाटन देश भर में अल-कायदा के प्रभाव को कमजोर करने का संकेत है। एनआईए की इस कार्रवाई से सवाल उठने लगा है कि क्या देश भर में ऐसे आतंकी समर्थन के जाल और भी फैल रहे हैं?