बाराबंकी, उत्तर प्रदेश: बाराबंकी जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई और 8 अन्य घायल हो गए। यह हादसा बाराबंकी-लखनऊ हाईवे पर हुआ, जब एक तेज रफ्तार कार ने दुसरी कार और एक ऑटो को टक्कर मार दी। हादसे में मरने वाले सभी लोग एक ही परिवार के थे, जो एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वापस लौट रहे थे।पुलिस मामले की जांच में लगी हुई है |
रात 2 बजे हुआ हादसा,8 लोग अभी भी गंभीर रूप से घायल
रात करीब 2 बजे यह हादसा हुआ। परिवार की कार हाईवे पर जा रही थी, तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने सामने से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति ने अस्पताल पहुंचते ही दम तोड़ दिया। अन्य आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें पास के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मौके पर राहत कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। कार में फंसे लोगों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच की जा रही है।
परिवारजनों का रो रो कर बुरा हाल
अस्पताल में भर्ती घायलों में से कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि वे सभी की जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।इस हादसे से परिवार में मातम छा गया है। परिवार के लोग धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे थे और उन्हें नहीं पता था कि यह यात्रा उनके लिए आखिरी साबित होगी। इस दुखद घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
प्रशासन की क्या रही प्रतिक्रिया
जिला प्रशासन ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है और घायलों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी ली है। प्रशासन ने मृतकों के परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। पुलिस का कहना है कि ट्रक ड्राइवर की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लोगों ने की प्रशासन से अपील
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है। लोग चाहते हैं कि ऐसे हादसों से बचने के लिए ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए और तेज रफ्तार वाहनों पर नजर रखी जाए। बाराबंकी में हुए इस हादसे ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा की गंभीरता को उजागर किया है। लोगों की अपील है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए, ताकि किसी और परिवार को इस तरह के दुख का सामना न करना पड़े।