Bus Crash in Khandwa: खंडवा बस हादसा, 10 एम्बुलेंस और रेस्क्यू टीम ने संभाला मोर्चा

Bus Crash in Khandwa: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में रविवार तड़के एक बड़ा हादसा हुआ। नागपुर से इंदौर जा रही एक स्लीपर बस पुल से नीचे गिरकर पलट गई। इस हादसे में 19 यात्री घायल हो गए। स्थानीय लोगों और प्रशासन में तुरंत राहत कार्य शुरू किया और सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया। घटना के बाद इलाके में अफरा -तफरी मच गई।

Bus Crash in Khandwa: नींद में सोए यात्रियों पर टूटा कहर

यह हादसा खंडवा जिले के रामनगर पुलिस चौकी क्षेत्र के अंतर्गत तीथिया जोशी गांव के पास हुआ। बस रात रानी एक्सप्रेस के नाम से चल रही थी। हास्य के वक्त बस के अधिकांश यात्री गहरी नींद में थे। पल पर एक तीखे मोड़ को पार करते समय बस स्टॉपर तोड़कर नीचे चली गई। नीचे गिरते ही बस में चीख -पुकार मच गई, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया।

Bus Crash in Khandwa: ग्रामीणों ने दिखाई बहादुरी, शीशे तोड़कर बचाई जान

हादसे के बाद सबसे पहले आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने बिना देर किए बस के शीशे तोड़े और घायलों को बाहर निकाला । ग्रामीणों की तत्परता में कई जिंदगियां बचा ली। हादसे की जानकारी मिलते ही डायल 100 और रामनगर चौकी प्रभारी मनोज दवे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों को संभाला।

Bus Crash in Khandwa: 10 एंबुलेंस से पहुंचाए गए अस्पताल घायल

घायलों को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाने के लिए 10 से अधिक एंबुलेंस तैनात की गई। डॉक्टर ने घायलों का प्राथमिक उपचार किया। हालांकि, इस हादसे मैं किसी की जान नहीं गई, लेकिन कई यात्री सदमे में है और मामूली चोटे आई हैं।

 बुजुर्ग यात्री ने सुनाई हादसे की दास्तान

बालों में शामिल बुजुर्ग यात्री भारत लाल जायसवाल ने बताया कि वह अमरावती से इंदौर जा रहे थे। उन्होंने कहा ” हम सब गहरी नींद में थे। अचानक जोरदार झटका लगा और बस नीचे गिर गई। चारों तरफ चीख -पुकार मच गई। हम लोगों ने किसी तरह बाहर निकालने की कोशिश की। ”

 प्रशासन ने ली स्थिति की जानकारी

घटना की जानकारी मिलते ही खंडवा तहसीलदार महे सिंह जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों का हाल-चाल लिया और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए की राहत और बचाव कार्य में किसी प्रकार की कमी ना हो।

 पश्चिमी विक्षोभ और बारिश से सड़के खतरनाक

हादसे के पीछे बारिश और फिसलन भरी सड़के भी एक बड़ा कारण हो सकती हैं। सर्दी के मौसम में अक्सर मोड और पुलों पर गाड़ियां फिसल जाती हैं। प्रशासन ने ड्राइवर को सतर्क रहने और यातायात के नियमों का पालन करने की अपील की है।

चौहान कंपनी की बस पर सवाल

यह बस चौहान कंपनी की थी, नंबर MP09 FA 1986है। हादसे के बाद इस कंपनी की बसों की सुरक्षा और प्रबंधन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रशासन इस पूरे मामले की जांच कर रहा है ताकि लापरवाही का पता लगाया जा सके।

 घायलों के परिवार में मचा कोहराम

घायलों के परिवारों को जब हादसे की जानकारी मिली, तो उनमें चिंता का माहौल छा गया। कई परिजन अस्पताल पहुंचे और अपने परिजनों का हाल-चाल जाना। राहत की बात यह रही कि किसी भी यात्री को गंभीर चोटे नहीं आई।

 सुरक्षित सफर के लिए सतर्कता जरूरी

ऐसे हादसे यात्रियों और प्रशासन दोनों के लिए एक सबक है। खास कर सर्दी के मौसम में यात्रा करते समय सतर्क रहना बेहद जरूरी है।पुल, मोड और फिसलन भरी सड़कों पर अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील की गई है।

 सिस्टम और ड्राइवर को जिम्मेदारी उठानी होगी

यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं है, बल्कि यह सिस्टम और ड्राइवर की लापरवाही की और भी इशारा करता है। प्रशासन का घटना से सीख लेकर सड़क सुरक्षा को मजबूत करना होगा।साथ ही, यात्रियों को भी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना होगा।

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