प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एक बार फिर बड़ी कार्यवाही करते हुए बिहार कैडर के वरिष्ठ आईएएम अधिकारी संजीव हंस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पूर्ण विधायक गुलाब यादव और अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की है इस छापेमारी में करीब 90 लाख रुपए नगद और 13 की चांदी के मिलने से हड़कंप मच गया है ।
दिल्ली कोलकाता मुंबई में ईडी की छापेमारी
छापेमारी इस सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली के दो स्थानों के साथ कोलकाता और मुंबई के कुछ स्थानों पर भी की गई 1997 बैच से के आईएएस अधिकारी और बिहार ऊर्जा निगम के पूर्व प्रधान सचिव संजीव हंस के कुछ पुराने सहयोगियों के खिलाफ की गई।इससे पहले जुलाई में भी ईडी इस मामले में छापेमारी की थी, इसमें एक दर्जन से भी अधिक महंगी घड़ियां लगभग 1 किलोग्राम का सोने के आभूषण और कुछ निवेश संबंधी दस्तावेज जप्त किए गए थे।
दुष्कर्म के आरोपों को पटना हाईकोर्ट ने किया खारिज
अगस्त में पटना उच्च न्यायालय ने आईएएस अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ दुष्कर्म के आप को खारिज कर दिया था जिसे एक महिला ने दर्ज कराया था। अदालत ने कहा कि हंस के खिलाफ कोई अपराध नहीं बनता और प्राथमिकी में दर्ज कहानी झूठी और मनगढ़ंत प्रतीत होती है। वहीं दूसरी ओर राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव जो 2015 से 2020 के बीच मधुबनी जिले की झंझारपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं भी इस मामले में जांच के दायरे में है।
धन शोधन के खिलाफ ईडी की सख्त कार्रवाई जारी
एड की छापेमारी और गति से साफ है की एजेंसी शोध के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है । और इसमें उच्च पदस्थ अधिकारियों और राजनेताओं को भी नहीं बख्शा जाएगा यदि के सख्त कार्रवाई से आम जनता बहुत ही खुश दिखाई दे रही है और जनता का कहना है कि वह भी जानना चाहते हैं कि कितने उच्च अधिकारियों और नेताओं ने जनता का कितना पैसा दबा कर रखा हुआ है।