Controversy Over Hindutva Remarks:जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूब मुक्ति की बेटी इल्तिजा मुक्ति ने हिंदुत्व पर तीखा बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने इस “बीमारी” करार देते हुए कहा कि न केवल लाखों भारतीय को प्रभावित कर रही है बल्कि भगवान के नाम पर कलंकित कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि “जय श्री राम” का नारा अब राम राज्य की बात नहीं करता, बल्कि इसका इस्तेमाल हिंसा और अत्याचार के लिए किया जा रहा है।
Controversy Over Hindutva Remarks: वायरल वीडियो पर भड़की इल्तिजा
6 दिसंबर को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कुछ लोगों पर आरोप लगाया गया कि वह मुस्लिम नाबालिक लड़कों को “जय श्री राम” का नारा लगाने पर मजबूर कर रहे हैं। इस वीडियो को इल्तिजा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर साझा किया। अल्लाह के बाद में उन्होंने इसे हटा दिया वीडियो की पुष्टि भास्कर नहीं करता लेकिन इस घटना ने राजनीतिक और सामाजिक गरमा गरमी पैदा कर दी है।
Controversy Over Hindutva Remarks: हिंदुत्व और हिंदू धर्म में बड़ा अंतर
इल्तिजा मुक्ति ने हिंदू तो और हिंदू धर्म को अलग बताते हुए कहा कि हिंदुत्व वीर सावरकर द्वारा प्रचलित एक विचारधारा है, जो नफरत को बढ़ावा देती है।वही हिंदू धर्म प्रेम करना और धर्मनिरपेक्षता का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि इस्लाम और हिंदू धर्म दोनों ही महान परंपराओं के प्रतीक है लेकिन आज कुछ लोग जानबूझकर इन धर्मो को बदनाम कर रहे हैं।
भगवान राम को भी होना चाहिए शर्मिंदा: इल्तिजा
7 दिसम्बर को, इल्तिजा देख बड़ा बयान देते हुए कहा कि भगवान राम को यह देखकर शर्मिंदा महसूस होना चाहिए कि उनके नाम का इस्तेमाल अपने दोस्त अल्पसंख्या को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि राम का नाम जो शांति और मर्यादा का प्रतीक है, आप हिंसा और नफरत का एक जरिया बन गया है।
भाजपा ने की माफी की मांग
भाजपा नेता रविंद्र रैना ने मुक्ति के बयान को हिंदू धर्म के प्रति आपत्तिजनक बताया और माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा राजनीतिक में विचारधारा का कतराव हो सकता है, लेकिन इस पर अपमानजनक भाषा का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। ” भाजपा का कहना है कि ऐसा बयान समाज में अस्थिरता को पैदा करता है।
इस्लामोफोबिया और हिंदुत्व पर टिप्पणी
इल्तिजा मुक्ति ने आगे कहा कि जिस तरह इस्लाम के नाम पर हिंसा ने इस्लामोफोबिया को जन्म दिया हैं, इस तरह हिंदुत्व का उपयोग अब अल्पसंख्या को को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा हिंदुत्व और कट्टरता का यह रूप ना केवल धर्म को खराब करता है, बल्कि समाज में असमानता और अस्थिरता को भी पैदा करता है।