Darbhanga: समस्तीपुर मंडल के अंतर्गत दरभंगा बाईपास रेल लाइन का परिचालन 11 अक्टूबर 2024 से शुरू हो गया है। यह नई रेल लाइन कक्कड़ घाटी और शिशु स्टेशन को जोड़ती है और इसकी कुल लंबाई 9.48 किलोमीटर है। फिलहाल इस लाइन पर केवल माल गाड़ियों का संचालन होगा जिससे सामान की आवा जाही में तेजी और सुविधा आएगी।
Darbhanga: परियोजना की लागत और महत्व
दरभंगा बाईपास रेल लाइन की अनुमानित लागत 2 53 करोड रुपए है जो मिथिलांचल और सीमांचल के निवासियों के लिए एक बड़ा तोहफा है। इस रेल लाइन के बनने से दरभंगा-जयनगर और दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड एक दूसरे से जुड़ेंगे इससे ट्रेनों को दरभंगा जंक्शन से गुजरने की जरूरत नहीं होगी और समय की भी बचत होगी साथ ही इंजन की फेर-बदल की समस्या समाप्त होने से ट्रेनों का संचालन और भी सुगम होगा।
Darbhanga: सुरक्षित और सुगम परिचालन का वादा
रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दरभंगा बाईपास रेल लाइन पर परिचालन के दौरान सभी सुरक्षा और परिचालक मानकों का पालन शक्ति से किया जाएगा। इससे माल परिवहन सुरक्षित और कुशल तरीके से संभव हो सकेगा इस परियोजना से न केवल दरभंगा जिले बल्कि पूरे क्षेत्र में विकास के नए अफसर खुलेंगे।
Darbhanga: स्थानीय निवासियों में खुशी की लहर
इस नई रेल लाइन को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह है वह इस क्षेत्र के अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाला कदम मान रहे हैं लोगों को उम्मीद है कि इस परियोजना से मिथिलांचल और सीमांचल में विकास के रफ्तार और तेज होगी रेलवे के पल को क्षेत्र में आधुनिकरण और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
Darbhanga: व्यवसाय के लिए नए अवसर और उम्मीदें
दरभंगा बाईपास रेल लाइन के जरिए क्षेत्र के व्यापार में उछाल आने की उम्मीद है। माल गाड़ियों के संचालन से स्थानीय व्यवसाययों को अधिक सुविधा मिलेगी और बाहरी बाजारों तक पहुंच आसान हो सकेगी। इससे अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आ सकता है और रोजगार के नए अवसर पैदा हो सकते हैं।