Delhi pollution: दिल्ली में अभी सर्दियों की शुरुआत पूरी तरह से नहीं हुई है लेकिन प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। बारिश रुकने के बाद प्रदूषण की स्थिति और गंभीर हो गई है। सड़कों पर धूल वाहनों से निकलता है दुआ और अन्य कारक हवा को ज्यादा जहरीला बना रहे हैं। जमुना नदी भी दूषित हो गई है जिसमें सफेद झाग और मोटी परत हैं। यह स्थिति दिल्ली के निवासियों के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है।
Delhi pollution:दिल्ली एयर क्वालिटी इंडेक्स(AQI) खतरनाक स्तर पर
दिल्ली एनसीआर का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स(AQI) 307 तक पहुंच चुका हैजों ” बहुत खराब” श्रेणी में आता है। इसका मतलब यह है कि यह हवा सामान्य लोगों के लिए भी हानिकारक हो सकती है और खासकर उन लोगों के लिए जिनकी साथ से जुड़ी समस्या पहले से ही है। दिल्ली के कुछ हिस्सों में AQI 305 दर्ज किया गया है जबकि कुछ स्थानों पर यह 340 तक पहुंच गया है जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। ऐसे हालात सर्दियों में और खराब हो सकते हैं जब ठंड और ढूंढ के चलते हवा की गुणवत्ता और गिर जाएगी।
Delhi pollution: सर्दियों में प्रदूषण की समस्या बढ़ती है
हर साल सर्दियों में दिल्ली की हवा खतरनाक रूप से प्रदूषित हो जाती है। सर्दियों में ठंड़ के कारण प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए यह प्रदूषण बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। पिछले कुछ सालों से यह समस्या हर्ष सर्दी में सामने आती रही है और लोगों को सांस लेने से जोड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।
Delhi pollution: प्रदूषण रोकने के लिए सरकार का विंटर एक्शन प्लान
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए विंटर एक्शन प्लान तैयार किया है। इस प्रधान का उद्देश्य प्रदूषण की भर्ती समस्या को सर्दियों से पहले ही काबू करना था। प्लान के तहत जगह-जगह पानी का छिड़काव किया जा रहा है ताकि सड़कों पर जमीन धूल को होने से रोका जा सके लेकिन इसका असर बहुत कम ही दिख रहा है। बाकी गुणवत्ता में सुधार के कोई संकट फिलहाल नहीं मिल रहे हैं प्रदूषण की समस्या इतनी बड़ी है। इस पर सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
Delhi pollution: पटाखों पर सख्त प्रबंध
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने दिवाली के पटाखे पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है ना सिर्फ पटाखे जलाने बल्कि उनके भंडारे निर्माण और बिक्री पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। यह रोक 1 जनवरी 2025 तक लागू रहेगा। ऑनलाइन पटाखे के बिक्री पर भी प्रतिबंध है। इस बैंन का मुख्य उद्देश्य दिवाली के दौरान होने वाले प्रदूषण को कम करना है क्योंकि हर साल पटाखों के कारण दिल्ली के हवा और ज्यादा जहरीली हों जाती है।