Fake Secretary Scam:लखनऊ में बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले दो बदमाश आखिरकार एसटीएफ के हत्थे चढ़ गए। ये लोग खुद को मुख्यमंत्री का सचिव और संयुक्त सचिव बताकर बेरोजगारों को सपनों का महल दिखाते थे और उनकी मेहनत की कमाई उड़ा लेते थे। इन दोनों बदमाशों को बुधवार को ठाकुरगंज से एसटीएफ ने गिरफ्तार किया।
Fake Secretary Scam: डीएम-रजिस्ट्रार द्वारा फर्जी कार्रवाई, पुलिस द्वारा स्कोर्ट भी मिली!
ये घातक जालसाज इतने कुशल थे कि लखनऊ के डीएम और हरदोई के रजिस्ट्रार से फर्जी पत्र लिखवाकर अपना काम करवा लिया। अधिकारियों को इनके फर्जी पदों की भनक तक नहीं लगी, और वे दौरे पर पुलिस स्कोर्ट तक पहुंचे! इनके साथ पुलिस का एक काफिला तीन जिलों में चला गया, मानों बड़े अधिकारी हों। मामला सामने आने पर कुछ पुलिस अधिकारियों को सेवा से भी निकाला गया है।
Fake Secretary Scam: नेताओं का नाम लेकर धमकाया
बेरोजगारों को लूटा आशियाना के शारदानगर के प्रदीप दुबे और दुबग्गा के मान सिंह ने सैकड़ों युवा लोगों को सरकारी कार्यालयों, सचिवालयों और रेलवे में काम मिलने का झांसा देकर लाखों रुपये ठग लिए। जब युवा लोगों को नौकरी नहीं मिली और वे पैसे लौटाने की मांग करने लगे, तो ये ठग बड़े अफसरों और नेताओं के नाम का भय दिखाकर उन्हें धमकाते थे। एसटीएफ ने शिकायत मिलने पर उन पर शिकंजा कसना शुरू किया और बहुत सारे सबूत जुटाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
Fake Secretary Scam: फर्जी दस्तावेजों से बनाया गया रुतबा, सभी जगह सम्मानित
इन जालसाजों का रुतबा इतना जबरदस्त था कि लोग उनकी आवभगत में हर जगह मिलते थे। ये लोग डीएम और एसपी स्तर के अधिकारियों को फर्जी पत्र भेजते थे, जिससे वे काम निकलवाते और सम्मान पाते थे। पुलिस लाइन के अधिकारी अक्सर उनके नकली पत्रों से उनके स्वागत में खड़े होते थे। इन ठगों का फर्जीवाड़ा इतना मजबूत था कि लोगों को इनके असली और नकली होने में कोई फर्क तक नहीं पड़ा।
Fake Secretary Scam: एसटीएफ की मुहिम जारी, बाकी जालसाजों पर भी नजर
दीपक कुमार सिंह के मुताबिक, इन ठगों के साथ काम करने वाले कुछ और लोग भी हैं, जिनकी जांच की जा रही है। लखनऊ के अलावा दूसरे शहरों में भी इनके शिकार बेरोजगार युवक हैं। एसटीएफ की इस कार्रवाई ने उन युवाओं को उम्मीद दी है, जो अपने सपनों की नौकरी पाने के चक्कर में इन ठगों के जाल में फंसे थे।