Human Trafficking India: विदेश में बेच रहे भारतीय युवाओं को बिहार से बेरोजगार युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर मानव तस्कर मोटी रकम वसूलकर उन्हें पाकिस्तान और चीनी एजेंटों के हाथों बेच रहे हैं। नोएडा सेक्टर 9 में कंसस्टेंसी खोलकर बॉबी कटारिया और गोपालगंज क़े प्रहलाद सिंह ने सैकड़ो युवाओं को विदेश में फंसा दिया। यह युवा वहां साइबर ठगी जैसे अवैध कामों में फंसा दिए गए हैं।
Human Trafficking India: पाकिस्तानी एजेंट को सौंपे गए युवक
बॉबी कटारिया ने करीब 150 युवाओं को अमेरिका में पाकिस्तानी एजेंटों को सौंपा। वही, प्रहलाद सिंह ने बिहार के युवाओं को कंबोडिया में चीनी और पाकिस्तानी एजेंट को बेच दिया। इन युवाओं को बंधक बनाकर साइबर फ्रॉड करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
Human Trafficking India:एनआईए की बड़ी कार्यवाही
एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने इस मानव तस्करी राकेट की जांच शुरू कर दी है। बॉबी और प्रहलाद के नेटवर्क की जांच 6 राज्यों में की जा रही है। गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में इनके इलोको पर छापेमारी और बैंक खाते और दस्तावेज जब्त किए गए हैं ।
कंबोडिया में पकड़े गए युवक की कहानी
गोपालगंज के संजीव कुमार ने एनआईए को बताएं कि उसे सेफ्टी इंचार्ज की नौकरी का झांसा देकर कंबोडिया भेजा गया था। वहां उसे पाकिस्तानी एजेंट के हवाले कर दिया गया। एजेंट ने कहा कि उसे भारत वापस जाने के लिए $2000 चुकाने होंगे। संजीव ने भारतीय एंबेसी से मदद मांगी, इसके बाद वह जेल में रहा और फिर भारत लौट आया।
इंस्टाग्राम से हुई ठगी की शुरुआत
अरुण कुमार उनके साथी मनीष तोमर ने बॉबी कटारिया का ऐड देखकर उसे संपर्क किया। अमेरिका में नौकरी का वादा कर उनसे ₹300000 लिए गए। लो पहुंचने पर उन्हें पाकिस्तानी एजेंट के हवाले कर दिया गया, जहां उन्हें साइबर ठगी के काम के लिए प्रताड़ित भी किया गया।बिहार और अन्य राज्यों के 150 से अधिक युवकों को इन तस्करों ने विदेश में फंसा दिया है। यह सभी साइबर ठगी और अवैध कामों में बंधक बनाए गए हैं। एनआईए इस नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में काम कर रहा है।