दिल्ली हाट की तर्ज पर बिहार के तीन जिलों में जीविका हाट की स्थापना की जा रही है , जिसका उद्देश्य स्थानीय महिलाओं का आर्थिक रूप सक्षम बनना और उनकी उत्पादकता को बढ़ावा देना है इन हाट्स में ‘जीविका दीदियों’ द्वारा बनाए गए स्थानीय उत्पादों के स्टॉल लगाए जाएंगे, जिससे उन्हें अपने उत्पादों को एक बड़े बाजार तक पहुंचाने का अवसर मिलेगा।
जीविका हाट: स्थानीय महिलाओं के लिए नए अवसर
बिहार सरकार की यह पहला राज्य की ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए की जा रही है। मुजफ्फरपुर, गया और भालपुर जिलो में जीविका हट स्थापित किया जाएगा। इन हाट्स में हस्तशिल्प, स्थानीय खाद्य पदार्थ, बांस से बने उत्पाद, और अन्य घरेलू वस्तुओं के स्टॉल लगाए जाएंगे। जीविका हाट की इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। जीविका दीदियों को न सिर्फ स्टॉल लगाने का मौका मिलेगा, बल्कि उन्हें अपने उत्पादों की मार्केटिंग, पैकेजिंग, और बिक्री की ट्रेनिंग भी दी जाएगी, जिससे वे अपने व्यवसाय को और बेहतर तरीके से चला सकें।
महिलाओं की सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम
बिहार ग्रामीण आजीविका परियोजना (BRLP) जिसे आमतौर पर जीवित के नाम से जाना जाता है कि तहत इस योजना को अमल में लाया जा रहा है जीविका के अंतर्गत पहले से ही सैकड़ो महिलाओं को रोजगार दिए गए हैं । जीविका हाट में दीदियां माटी के बर्तन, मधुबनी पेंटिंग्स, बांस की टोकरियाँ, हस्तनिर्मित कपड़े और अन्य पारंपरिक वस्त्र, घरेलू सजावट के सामान, और जैविक खाद्य पदार्थों जैसे अचार, पापड़, और मसाले आदि बेचेंगी। इन उत्पादों की मांग राज्य के बाहर भी है, और यह हाट इन उत्पादों को राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने में मदद करेगा।
जीविका हाट का एक प्रमुख लाभ यह है कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। यह हाट न केवल महिलाओं को रोजगार प्रदान करेगा, बल्कि स्थानीय उत्पादों की मांग भी बढ़ाएगा। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे और कुटीर उद्योगों के विकास को भी प्रोत्साहित करेगी।
क्या हैं नौतियाँ और भविष्य की संभावनाएं
हालांकि इस पहल के समक्ष कुछ चुनौतियां भी हैं जैसे कि उत्पादन के गुणवत्ता में नियंत्रण और उनको बाजारों तक पहुंचाना। लेकिन सरकार और जीविका की टीम इस चुनौतियों को दूर करने के लिए कार्य कर रही है। ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को इसका लाभ मिल सके। सरकार डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी जीविका वीडियो के उत्पादन ऑनलाइन देखने की योजना पर विचार करें जिससे इन उत्पादों की पहुंच और बढ़ सके|
आने वाले समय में, जीविका हाट बिहार के ग्रामीण विकास के लिए एक मिसाल साबित हो सकता है, जहाँ दीदियाँ अपने हुनर के दम पर न केवल अपनी आजीविका कमा सकेंगी, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी सशक्त बनाएंगी।