भारत जल्द ही हवाई विमान के उत्पादन और मरम्मत के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र बनने की ओर अग्रसर है । टाटा समूह और अमेरिकी विमानन दिग्गज लॉकहीड मार्टिन के बीच एक बड़ी साझेदारी के लहत भारत में रख रखा ,मरम्मत और ओवरहाल सुविधा स्थापित की जाएगी।
यह सुविधा न केवल भारतीय वायुसेना के लिए बल्कि 23 देश में फैले C 130J सुपर हरक्यूलिस विमानों के वैश्विक बेड़े की सेवा करेगी।
टाटा-लॉकहीड मार्टिन साझेदारी का होगा विस्तार
लॉकहीड मार्टिन और टाटा समूह ने एक सयुक्त बयान में घोषणा की है कि वे भारतीय वायुसेना के मध्यम परिवहन विमान (एमटीए) कार्यक्रम के लिए विमानों का उत्पादन करने के लिए भारत में C-130J के विनिर्माण और असेंबली का विस्तार करने पर सहमत हुए हैं। इसका सीधा मतलब है कि लॉकहीड मार्टिन भारत में अतिरिक्त उत्पादन और असेंबली क्षमता स्थापित करेगा, जिससे भारत में विमानन क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
वैश्विक स्तर पर भारत का उभरता महत्व
इस साझेदारी का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि भारत में किसी और अन्य प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विमान आनंद फॉर्म और स्थापित की जाने वाली पहली उचित एमआरओ सुविधा हैं। यह सुविधा 27 ऑपरेटरों के साथ 23 देशों के C-130J सुपर हरक्यूलिस विमानों के रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे भारत न केवल अपने घरेलू जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि वैश्विक विमानन सेवा के क्षेत्र में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में भी उभरेगा।C-130J सुपर हरक्यूलिस विमान लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित एक बहुउद्देशीय सैन्य परिवहन विमान है। इसे दुनिया भर में 23 देशों द्वारा विभिन्न सैन्य और मानवीय मिशनों के लिए उपयोग किया जाता है। यह विमान अपनी लंबी उड़ान क्षमता, बड़ी भार वहन करने की क्षमता और उन्नत नेविगेशन सिस्टम के लिए प्रसिद्ध है।
संभावित आर्थिक और रणनीतिक लाभ
इस परियोजना के तहत बड़ी संख्या में कुशल और अर्ध-कुशल श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
लॉकहीड मार्टिन के साथ इस साझेदारी से भारत में उच्च स्तरीय विमानन तकनीक और विशेषज्ञता का आगमन होगा, जिससे घरेलू विमानन उद्योग को मजबूती मिलेगी।
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जिससे भारत अन्य देशों पर अपनी निर्भरता कम कर सकेगा।
विमानों की मरम्मत और रखरखाव के लिए अन्य देशों पर निर्भरता कम होने से विदेशी मुद्रा की बचत होगी।
भारतीय वायुसेना के लिए रणनीतिक महत्व
इस पहल के साथ भारत वैश्विक C 130J ऑपरेटरो के लिए प्रमुख मरम्मत और रखरखाव हब बन सकता है यह न केवल भारतीय विमानन उद्योग को इंटरनेशनल स्तर पर एक नया आयाम देगा बल्कि अन्य देशों के साथ भारत के रक्षा संबंधों को भी मजबूत करेगा।टाटा और लॉकहीड मार्टिन की यह साझेदारी भारत को वैश्विक विमानन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल भारतीय विमानन उद्योग को लाभ होगा बल्कि यह देश की सामरिक और आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करेगा। इस परियोजना के सफल होने से भारत की विमानन क्षमताओं में एक नई क्रांति आ सकती है, जो आने वाले वर्षों में देश की प्रगति और विकास के लिए अत्यंत लाभकारी होगी।