Darbhanga Flood: बिहार के दरभंगा जिले के किरतपुर प्रखंड के भुवौल में रविवार देर रात को पश्चिमी कोसी तटबंध टूटने से इलाके में भयंकर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बाढ़ पीड़ितों में अफरातफरी का माहौल है और लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों और सामान को छोड़कर उसे स्थान पर शरण लेने के लिए मजबूर हैं ।
Darbhanga Flood:बाढ़ पीड़ितों की हालात हैं गंभीर
बाढ़ पीड़ित अपने घरों की छतों पर खुले आसमान के नीचे बारिश और धूप में समय बिताने को मजबूर है। कुछ लोग घर के अंदर ही चौकी पर रात गुजारने के लिए मजबूर हुए। सुबह होते ही एनडीआरएफ की टीम ने कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने में मदद की ।
Darbhanga Flood:तटबंध टूटते ही मची अफरा तफरी
खैसा के बाढ़ पीड़ितों ने बताया की आधी रात को कोसी तटबंध के टूटते ही लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे । फूलों देवी अनवरी खातून और अनिशा खातून ने बताया कि वह बाल-बच्चों के साथ घर के सामानों को छोड़कर पास के ही घर की छत पर शरण लेने को मजबूर हो गए । बाद में उनका सारा सामान बह गया और अब वह अपने घर के सामानों के लिए परेशान है।
Darbhanga Flood:गांव में लोगों की भयावह स्थिति
गांव के पूर्व प्रमुख अब्दुल सलाम ने कहा ,कि गांव की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है । हर घर में बाढ़ का पानी घुस चुका है और लोग जान बचाने के लिए उनसे स्थान की ओर भाग रहे हैं। कई परिवार जमालपुर कोसी तटबंध पर रात से ही रह रहे हैं । परिवारो की स्थति बहुत ही खराब है और एक बार फिर सभी को परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है।
Darbhanga Flood:क्यों हो रही है प्रशानिक मदद की कमी
मो. इजहार ने बताया कि, सुबह तक प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। लोग दिनभर बारिश में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर रहे और बच्चे भूख से बिलख रहे थे। बच्चो की हालत काफी खराब हो गयी है वे बिना कुछ खाये रात से परेशान है और प्रशासन को लोगों की कोई परवाह ही नही है।