सारण जिले के पानापुर प्रखंड के लिए एक नई शुरुआत होने जा रही है। कभी नक्सल गतिविधियों के कारण उपेक्षित रहे इस क्षेत्र में अब बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के लिए एक अत्याधुनिक पुलिस प्रशिक्षण अकादमी स्थापित की जाएगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की प्रारंभिक प्रक्रियाएं शुरू हो चुकी हैं, जिससे यहां विकास का एक नया अध्याय लिखे जाने की उम्मीद जग चुकी है।
यदि निर्माण कार्य तय समय पर आगे बढ़ा, तो आने वाले वर्ष में पानापुर न केवल बिहार, बल्कि देश के महत्वपूर्ण पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों में अपनी पहचान दर्ज करा सकता है। यह परियोजना स्थानीय स्तर पर शिक्षा, रोजगार और बुनियादी ढांचे को व्यापक रूप से प्रभावित करेगी।
59 एकड़ भूमि पर आकार लेगा सपना
अकादमी के लिए कुल 59 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है, जो पानापुर प्रखंड के रसौली और मशरक प्रखंड के बंगरा गांव की सीमा पर स्थित है। अंचल कार्यालय द्वारा विभाग को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि यह पूरा इलाका चंवर यानी दलदली और निचला भूभाग है, जो बरसात के मौसम में पानी से भर जाता है। इसी जमीन को आधुनिक तकनीक और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ विकसित कर पुलिस अकादमी बनाई जाएगी।
इस परियोजना के साथ क्षेत्र में सड़क, पुल, बिजली, संचार और बाजार जैसी सुविधाओं का विस्तार होना तय माना जा रहा है। निर्माण और संचालन चरण में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा, जिससे आसपास के गांवों की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
नक्सल छवि से विकास की पहचान की ओर
पुलिस प्रशिक्षण अकादमी का निर्माण न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगा बल्कि पानापुर की पुरानी नक्सली छवि को भी पीछे छोड़ते हुए यह क्षेत्र विकास के नए मॉडल के रूप में उभर सकेगा। यहां प्रशिक्षित होने वाले जवान और अधिकारी राज्य व देश की सुरक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
स्थानीय लोग इस परियोजना को एक “मोड़ बदलने वाला अवसर” मान रहे हैं। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि पानापुर के भविष्य में सकारात्मक बदलाव की नींव बनेगी—रोजगार बढ़ेगा, कारोबार के अवसर खुलेंगे और युवा पीढ़ी को नए विकल्प मिलेंगे।
पानापुर के सीओ अजय कुमार ने बताया कि बंगरा और रसौली गांव में भूमि चयन पूरा कर रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। अधिकांश जमीन सरकारी है, जबकि कुछ रैयती भूखंड भी परियोजना में शामिल किए जाएंगे, जिनकी प्रक्रिया नियमानुसार चल रही है।
उन्होंने कहा कि अकादमी के निर्माण से क्षेत्र की विकास गति तेज होगी और इसका सीधा लाभ स्थानीय जनमानस तक पहुंचेगा। फिलहाल पूरे इलाके में इस प्रोजेक्ट को लेकर उत्साह का माहौल है।
