Supaul News: बिहार के सुपौल जिले में अवैध शराब कारोबार के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पुलिस पर हमला होने की घटना सामने आई है। शुक्रवार को त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के नरहा टोला में देसी शराब की अवैध निर्माण यूनिट पर छापेमारी के दौरान तस्करों और उनके समर्थकों ने पुलिस टीम पर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया, जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए।
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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अवैध शराब निर्माण और भंडारण की गुप्त सूचना के आधार पर त्रिवेणीगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी। जब पुलिस टीम देसी शराब जब्त कर उसे नष्ट कर रही थी, तभी अचानक बड़ी संख्या में लोगों ने हमला कर दिया। इस दौरान एक पुलिस वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
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हमले में सब-इंस्पेक्टर सोनू कुमार, पुलिस क्लर्क जिलानी टेलर, पीटीसी जवान ओम प्रकाश पांडे और होम गार्ड जवान बाबूनंद यादव घायल हो गए। सभी घायलों को पुलिस वाहन से त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां एक पुलिसकर्मी की हालत गंभीर होने पर उसे सुपौल सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
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ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि चारों पुलिसकर्मियों का इलाज किया गया है, जबकि एक को बेहतर उपचार के लिए रेफर किया गया है।
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घटना के दौरान पुलिस फायरिंग को लेकर अधिकारियों के बयानों में विरोधाभास देखने को मिला। त्रिवेणीगंज थाना प्रभारी राकेश कुमार ने फायरिंग से इनकार करते हुए कहा कि भीड़ उग्र हुई थी, लेकिन पुलिस की ओर से गोली नहीं चलाई गई। वहीं, पुलिस सूत्रों का दावा है कि आत्मरक्षा में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए 7 से 8 राउंड गोलियां चलाई गईं।
इस मामले पर सुपौल एसपी शरथ आरएस ने कहा कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए न्यूनतम बल का प्रयोग किया और मौके से अवैध शराब जब्त की गई है। स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि झड़प के दौरान गोलियों की आवाज सुनाई दी।
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घटना के बाद पुलिस ने हिंसा में शामिल कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि कानून व्यवस्था भंग करने और पुलिसकर्मियों पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
