Jaipur Fire Accident: जयपुर के भीषण अग्निकांड ने पूरे राजस्थान को झांझर कर रख दिया है। इस हादसे ने 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है, जबकि 30 लोग अभी भी गंभीर रूप से घायल है। हादसा इतना भयावत था कि शवों की पहचान करवाना मुश्किल हो गया था।कई सब बुरी तरह से जल चुके थे और सरकार ने पहचान के लिए डीएनए टेस्ट करवाने का फैसला लिया है।
Jaipur Fire Accident: अनीता मीठा: परिवार का सहारा छिना
इस दर्दनाक घटना में राजस्थान पुलिस की कांस्टेबल अमृता मीठा भी अपनी जान गवा बैठी। अनीता दूदू से स्लीपर बस के जरिए जयपुर में अपनी ड्यूटी पर जा रही थी। वह आरएसी की बी कंपनी की चौथी बटालियन में तैनात थीं। परिवार की इकलौती कमाने वाली अनीता ने अपने दोनों छोटे बच्चों और परिवार के जिम्मेदारी उठाई थी। उनके निधन ने परिवार के सपनों को चकनाचूर कर कर रख दिया।
Jaipur Fire Accident: बिछियों से हुई पहचान, पति की आंखों में आंसू
अनीता के शव को देखकर कोई भी पहचान नहीं पा रहा था। उनका शरीर पूरी तरह से आग में झुलस चुका था। पति ने उसकी बिछियाओं से उसकी पहचान की। यह पल उनके पति के लिए बेहद भावुक और दर्दनाक था। उनकी चीख और आंसू हर किसी की आंखों को नम कर गए।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
एक हास्य ने कई परिवारों के चिराग छीन लिए अनीता जैसी महिलाएं जो अपने घरों का सहारा थी, इस घटना में अपनी जान गवा बैठी। आज में झूल से 28 से ज्यादा लोग 80% से अधिक जल चुके हैं। इनमें से कई की हालत बेहद ही नाजुक बताई जा रही है।
जयपुर अग्निकांड : सवालों के घेरे में प्रशासन
इस दर्दनाक घटना ने प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं पीड़ित परिवारों का कहना है कि हादसे के समय राहत और बचाव कार्य तेजी से नहीं हुआ, जिसे जान-माल का नुकसान बढ़ा । हालांकि, अब सरकार ने पीड़ित के इलाज और मुआवजे की घोषणा की है।