Missing December Chill: दिल्ली एनसीआर में ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है सुबह और शाम ठंडी हवाएं लोगों को ठिठुरन महसूस कर रही हैं। हालांकि दोपहर के वक्त तेज धूप खिलने से राहत का एहसास हो रहा है। दिसंबर का पहला सप्ताह गुजर चुका है, लेकिन कड़ाके की ठंड का भी इंतजार किया जा रहा है।
Missing December Chill: दिसंबर की ठंड इस बार क्यों है कम?
आमतौर पर हर साल दिसंबर में दिल्ली – एनसीआर में तेज ठंड का असर देखने को मिलता था। लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आते थे, लेकिन इस साल स्थिति बदली हुई है। मौसम विभाग की माने तो अक्टूबर और नवंबर का महीना सामान्य से ज्यादा गर्म रहा, जिससे सर्दी का आगाज धीमा हो गया है।
Missing December Chill: बारिश की कमी ने बढ़ाई मुश्किलें
दिल्ली में मानसून के बाद से बारिश की एक भी बूंद नहीं गिरी है। हालांकि, इस दौरान बारिश की संभावना कम होती है, लेकिन जब होती है तो ठंड को बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभाती है। इस बार बारिश की कमी के कारण ठंड अपना प्रभाव नहीं जमा पाई है।
गर्म कपड़ों की लेयर की जगह सिंगल जैकेट
जहां हर साल लोग दिसंबर में गर्म कपड़ों की कई-कई लेयर पहनते थे, वही एक बार ज्यादातर लोग सिंगल लेयर जैकेट या हल्के स्वेटर में दिख रहे हैं। ठंड के बदले में जाने लोगों को हैरानी में डाल दिया है।
ठंड कब पड़ सकती है जोर?
मौसम विभाग का कहना है कि कड़ाके की ठंड के लिए बारिश बेहद जरूरी है। आने वाले दिनों में शीत लहर चलने और तापमान में गिरावट की संभावना जताई जा रही है। इस बार ठंड भले ही देर से आई हो लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही दिल्ली एनसीआर में ठंड का असली रंग देखने को मिलेगा।
ठंड बढ़ने पर क्या करें तैयारी?
लोगों को सलाह दी जाती है कि अचानक ठंड बढ़ने की स्थिति में गर्म कपड़े, हीटर और गर्म पेय जल का इंतजाम करके रखें। स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है क्योंकि तापमान में गिरावट का असर बच्चों और बुजुर्गों पर अधिक पड़ता है।