Nandini Dairy Expansion: दिल्ली के डेयरी बाजार में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। कर्नाटक मिल्क फेडरेशन(KMF) अपने नंदिनी ब्रांड के तहत दूध और दही जैसे ताजा डेयरी उत्पाद दिल्ली में लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारर्मैया 21 नवंबर को दिल्ली में इन उत्पादों का शुभारंभ करेंगे। इस कदम से अमूल और मदर डेयरी जैसे बड़े ब्रांडों को सीधी चुनौती मिलने की संभावना है।
Nandini Dairy Expansion: नंदिनी ब्रांड की विस्तार योजना
KMF पहले से कर्नाटक,महाराष्ट्र( मुंबई नागपुर पुणे, सोलापुर,)गोवा, हैदराबाद, चेन्नई, और केरल जैसे राज्य में अपनी पकड़ मजबूत कर चुका है। अब दिल्ली में प्रवेश करके यह फेडरेशन उत्तर भारत के डेयरी बाजार में अपनी जगह बनाने को तैयार है। यहां नंदिनी ब्रांड को मदर डेयरी अमूल मधुसूदन और नमस्ते इंडिया जैसे बड़े ब्रांडस से टक्कर लेनी होगी?
Nandini Dairy Expansion: कैसे पहुंचेगी दिल्ली तक नंदिनी दूध?
दिल्ली तक दूध पहुंचाने के लिए KMF मैं एक खास योजना तैयार की है मांड्या मिल्क यूनियन से दिल्ली और आसपास के इलाकों तक इंसुलेटेड रोड टैंकरों के जरिए दूध ट्रांस पोर्ट किया जाएगा। इसके लिए केएमएफ में 2190 टैंकरों का इंतजाम किया है। फेडरेशन के एक अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली में हर दिन करीब 1 लाख किलोग्राम दूध की आपूर्ति की जाएगी। इस काम के लिए 33 किलो लीटर क्षमता वाले तीन टैंकर रोजाना लगाए जाएंगे।
KMF का कर्नाटक में मजबूत आधार
KMF का नेटवर्क कर्नाटक के 22000 गांव में फैला हुआ है यह फेडरेशन 24 लाख दूध उत्पादन को और 14000 सरकारी समितियां से जुड़ा है। रोजाना 8.4 मिलियन लीटर दूध की प्रोसेसिंग और 65 से अधिक उत्पादन की पेशकश के साथ यह भारत का एक प्रमुख डेयरी संगठन है किसानों के लिएKMF एक मजबूत सहयोगी है, जो उन्हें प्रतिदिन 17 करोड रुपए का भुगतान करता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी नंदिनी की पहचान
KMF केवल भारत में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सक्रिय है। यह फाउंडेशन मध्य पूर्व सिंगापुर भूटान म्यांमार और अमेरिका जैसे देशों में दूध और डेयरी उत्पादों का निर्यात करता है। 2021- 2022 में KMF काल कारोबार लगभग 19800 करोड रुपए था। इसके अलावा यह फाउंडेशन सशस्त्र बलों को भी दूध और अन्य देरी उत्पादों की आपूर्ति करता था।
नई संभावनाओं के साथ दिल्ली की ओर
KMF की नई दिल्ली में एंट्री से न केवल उपभोक्ताओं को एक नया विकल्प मिलेगा,बल्कि स्थानीय डेयरी बाजार में भी प्रतिस्पर्धा तेज होगी। इसके साथ ही के एमएफ के विस्तार योजना और अधिक मजबूत होंगी।