Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को नई दिल्ली स्थित 7 लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह बैठक करीब 30 मिनट तक चली। बैठक में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद थे।
पीएम मोदी और सीएम नीतीश की मुलाकात
मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने बैठक की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा कीं। वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा कि बिहार में एनडीए को मिले प्रचंड जनादेश के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार मुलाकात की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में देश और बिहार लगातार प्रगति कर रहे हैं तथा बैठक के दौरान विकसित बिहार के लक्ष्य को लेकर अहम मार्गदर्शन मिला।
Nitish Kumar: काफी अहम बैठक
सूत्रों के अनुसार, यह बैठक राजनीतिक रूप से काफी अहम मानी जा रही है। इसमें बिहार के विकास एजेंडे के साथ-साथ देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा हुई। बैठक के दौरान बिहार में चल रही विकास परियोजनाओं, केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय तथा आने वाले राजनीतिक घटनाक्रमों पर विचार-विमर्श किया गया।
सूत्रों ने बताया कि हाल ही में शुरू की गई और प्रस्तावित योजनाओं को लेकर केंद्र सरकार से सहयोग पर भी चर्चा हुई। बातचीत का फोकस शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और रोजगार सृजन जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर रहा। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को “विकसित राज्य” बनाने के अपने विजन को प्रधानमंत्री के समक्ष रखा।
Nitish Kumar:बैठक पर सबकी नजर
यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब देशभर में विकास और सुशासन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। बिहार जैसे बड़े और अहम राज्य के लिए केंद्र सरकार की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है और इस मुलाकात से नए विकास प्रोजेक्ट्स और पहल की राह खुलने की उम्मीद है।
इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी दिल्ली में मुलाकात की थी। सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक राजनीतिक और प्रशासनिक मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई।
Nitish Kumar: सीएम बनने के बाद पहली बार औपचारिक मुलाकात
हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की निर्णायक जीत के बाद यह दौरा राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है। यह मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद नीतीश कुमार की केंद्रीय नेतृत्व के साथ पहली औपचारिक मुलाकात है।
