Bhediya News: बहराइच में फिर लौट आया आदमखोर, 100 दिन में 11 मौतें

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Bhediya News: नेपाल सीमा से सटे तराई क्षेत्र के बहराइच जिले में भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। सितंबर से कैसरगंज इलाके में शुरू हुए भेड़ियों के हमलों ने पूरे क्षेत्र को दहशत में डाल दिया है। हालात ऐसे हैं कि अब भेड़िए सिर्फ रात में ही नहीं, बल्कि दिन के उजाले में भी बच्चों और ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं।

Bhediya News: 100 दिनों में 11 की मौत

पिछले 100 दिनों के भीतर भेड़ियों के हमलों में अब तक नौ बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। लगातार बढ़ती घटनाओं के बाद वन विभाग ने छह भेड़ियों को मार गिराया, लेकिन इसके बावजूद हमलों में कमी नहीं आई, बल्कि घटनाएं और बढ़ती नजर आ रही हैं।

कैसरगंज रेंज में भेड़िए का पहला हमला 9 सितंबर को सामने आया था। इसके बाद सिलसिलेवार हमलों ने ग्रामीणों की नींद और चैन छीन लिया है। गांवों की स्थिति यह है कि लोग दिन-रात डर के साए में जीने को मजबूर हैं। बच्चों को घर से बाहर निकलने से रोका जा रहा है और खेतों में काम करने जाने से भी लोग कतरा रहे हैं।

Bhediya News: झुंड में करता है शिकार

वन्यजीव विशेषज्ञ जीपी सिंह का कहना है कि भेड़िए आमतौर पर झुंड में रहते हैं और अपने कुनबे के प्रति बेहद संवेदनशील होते हैं। अगर झुंड के किसी सदस्य को नुकसान पहुंचता है, तो बाकी भेड़िए आक्रामक होकर बदला लेने की कोशिश करते हैं। तत्कालीन डीएफओ अजीत सिंह भी इस बात की पुष्टि करते हुए कहते हैं कि भेड़िया मानव प्रवृत्ति को समझने वाला जीव है और अपने समूह के सदस्यों की मौत के बाद हिंसक व्यवहार अपना सकता है। ऐसे में माना जा रहा है कि छह भेड़ियों के मारे जाने के बाद झुंड के बचे सदस्य और ज्यादा आक्रामक हो गए हैं।

Bhediya News: भेड़िये को पकड़ने के लिए ऑपरेशन

भेड़ियों को पकड़ने और हमलों पर रोक लगाने के लिए वन विभाग की 32 टीमें लगातार इलाके में तैनात हैं। प्रत्येक टीम में चार सदस्य शामिल हैं, जो कांबिंग ऑपरेशन के साथ-साथ ग्रामीणों को सतर्क और जागरूक करने का काम कर रही हैं।

डीएफओ बहराइच रामसिंह यादव ने बताया कि भेड़िया को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हमारी टीमें दिन-रात सक्रिय हैं। लोगों को सावधान किया जा रहा है और हमले पूरी तरह से रुकें, इसके लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद भेड़िया आतंक पर अभी तक पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है, जिससे इलाके में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।

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