Bihar Bypolls 2024: चुनावी रणनीति के माहिर और बड़े नेताओं को जीत दिलाने वाले प्रशांत किशोर अब खुद की राजनीतिक परीक्षा देने उतरे हैं। 2 साल से बिहार की सड़कों पर घूमते हुए प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी जन सुराज बनाई और अब उपचुनाव में पहली बार अपनी पार्टी को मैदान में उतारा है। रामगढ़, तरारी, बेलागंज और इमामगंज की चार सीटों पर हो रहे। इन उपचुनाव के नतीजे प्रशांत किशोर के भविष्य का इशारा देंगे।
Bihar Bypolls 2024: उपचुनाव में बड़ा संदेश छिपा है
इंचार्ज सीटों पर हर या जीत से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार को कोई बड़ा फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन, इस चुनाव से यह जरूर तय हो जाएगा की 2 साल की पदयात्रा और मेहनत के बाद जन सुराज की जमीन कितनी मजबूत है? क्या यह पार्टी वोटरों के बीच अपनी पकड़ बना पाई है या अभी केवल प्रचार और रणनीति तक ही सीमित है?
Bihar Bypolls 2024: स्कूल बैग बनाम बड़ी पार्टिया
जन सुराज को चुनाव आयोग ने अपने स्कूल बैग का चुनाव चिह्न दिया है। यह पार्टी पहली बार खुद के बलबूते चुनाव लड़ रही है। जहां एक और नीतीश कुमार की जेडीयू और तेजस्वी यादव की राजद जैसी बड़ी पार्टियों हैं वहीं जन सुराज को खुद को साबित करने का मौका मिला है। प्रशांत किशोर के लिए यह उपचुनाव किसी सेमीफाइनल से काम नहीं है।
प्रशांत किशोर की साख दांव पर
प्रशांत किशोर ने कई बड़े नेताओं और परियों के लिए चुनावी रणनीति बनाई है लेकिन यह पहला मौका है। जब वह अपनी बनाई पार्टी और खुद के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। इन नतीजे से यह साफ हो जाएगा कि उनके रणनीति केवल दूसरों के लिए कारगर थी या खुद की पार्टी के लिए भी जीत की राह बना सकती है।
क्या जन सुराज उड़ाएगा चुनावी गुब्बारा?
शनिवार को जब इन चार सीटों के नतीजे आएंगे तो प्रशांत किशोर के लिए यह उनकी राजनीतिक साथ का असली इम्तिहान होगा। यह तय होगा कि जन सुराज के पास वोटरों का भरोसा है या केवल प्रचार का गुब्बारा है। इन नतीजे पर बिहार की जनता के साथ पूरे देश की निगाहें टिकी हुई है।