उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में राज्य के 1334 युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस समारोह में सीएम योगी ने अपने संबोधन में विपक्ष पर निशाना साधते हुए ‘चाचा-भतीजा’ की तुलना बहराइच भेड़िया से की, जो कि उनके राजनीतिक विरोधियों पर एक तीखा तंज था।
इस कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने विभिन्न विभागों में भर्ती किए गए उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इनमें पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सरकारी विभागों की भर्तियां शामिल थीं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वर्तमान सरकार ने सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
चाचा-भतीजा’ और बहराइच भेड़िया पर CM योगी का राजनीतिक कटाक्ष
अपने भाषण में सीएम योगी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ लोग बहराइच के भेड़िया की तरह हैं, जो हर समय अपनी जातीय और पारिवारिक राजनीति को प्राथमिकता देते हैं। ऐसे लोग समाज और राज्य के विकास में बाधा हैं।“सीएम योगी का यह बयान सपा के खिलाफ उनकी निरंतर आलोचना का हिस्सा था। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकारों के दौरान, सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद चरम पर था, लेकिन उनकी सरकार ने इसे जड़ से उखाड़ फेंका है।
सरकारी नौकरी में आएगी पारदर्शिता, सीएम योगी ने किया वादा
युवाओं के लिए रोजगार के अवसरसीएम योगी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में लाखों नौकरियां प्रदान की गई हैं और आने वाले समय में भी रोजगार के नए अवसर सृजित किए जाएंगे।उन्होंने बताया कि ‘मिशन रोजगार’ के तहत प्रदेश में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि राज्य सरकार उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रही है।
विपक्ष पर योगी का तीखा हमला
सीएम योगी ने अपने भाषण में विपक्षी दलों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल केवल अपने परिवार और जाति के हितों के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा, “जो लोग पहले सत्ता में थे, उन्होंने प्रदेश को अपनी निजी संपत्ति समझा। उनके शासनकाल में सरकारी नौकरियां भी उनके परिवार के हितों तक ही सीमित थीं। लेकिन अब चीजें बदल चुकी हैं।”उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता में आते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए और सरकारी नौकरी की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने के लिए हर प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं, लेकिन जनता अब जागरूक हो चुकी है।
मुख्यमंत्री का विजन
सीएम योगी ने अपने विजन को साझा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को देश का नंबर वन राज्य बनाना उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया गया है, जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार हर जिले में विकास परियोजनाओं को प्राथमिकता दे रही है, जिससे युवाओं को उनके घर के नजदीक ही रोजगार मिल सके।
इस कार्यक्रम के माध्यम से सीएम योगी ने यह संदेश दिया कि उनकी सरकार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता, ईमानदारी और मेरिट के आधार पर ही भर्तियों को अंजाम दिया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘चाचा-भतीजा’ की राजनीति अब नहीं चलने वाली है और प्रदेश का युवा अब विकास और रोजगार के मुद्दों को प्राथमिकता देता है।इस कार्यक्रम ने जहां एक ओर हजारों युवाओं के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ाई, वहीं सीएम योगी के बयानों ने राजनीतिक माहौल को भी गर्मा दिया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सीएम योगी के इस आक्रामक रुख का विपक्ष पर क्या असर होता है और क्या प्रदेश की राजनीति में कोई नया मोड़ आता है।