प्रयागराज: हाल में ही रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर और पत्थर रखे जाने की घटनाओं के बाद अब एक और गंभीर घटना सामने आई है जिसमें ट्रेन पर खतराव किया गया है यह घटना भारतीय रेलवे की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल उठाते हैं खासकर जगह से घटनाक्रमों की संख्या बढ़ रही है
Stone Pelting:मथुरा की घटना
सोमवार रात करीब 10:30 पर नई दिल्ली से गया जाने वाली महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन पर मिर्जापुर के पास पत्थर फेंका गया। यह पथराव उस समय हुआ जब ट्रेन अपने निर्धारित मार्ग पर चल रही थी। इस घटनाक्रम ने यात्रियों के बीच भय और चिंता पैदा कर दी हैं। हालांकि गनीमत यह रही की कोई भी यात्री या रेल कर्मचारी इस घटना में घायल नहीं हुआ
Stone Pelting:गार्ड की बोगी पर पत्थर
इस पथराव की एक एक विशेष बात यह रही कि एक पत्थर गार्ड के ब्रेक पैनल पर लगा जो की ट्रेन के नियंत्रण और सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है ।इस घटना के बाद गार्ड ने तुरंत स्थिति की जानकारी दी जिससे रेलवे प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई की जा सके।
Stone Pelting:आरपीएफ की कार्यवाही
गार्ड द्वारा दी गई सूचना पर आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) तुरंत मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच शुरू की। आरपीएफ ने मामले में एक केस दर्ज किया है और घटना के पीछे के उदेश्य की जांच की जा रही है।
Stone Pelting:महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन का मार्ग
महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन रात को प्रयागराज से चलकर मिर्जापुर पहुंचने वाली थी। ट्रेन का यह मार्ग यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे पथराव की घटनाएं न केवल सुरक्षा को खतरे में डालते हैं बल्कि रेल संचालन में भी बाधा उत्पन्न करती हैं। मिर्जापुर के नजदीक की गाड़ी की बोगी पर पत्थर लगाना सुरक्षा व्यवस्था में एक बड़ी चूक को दर्शाता है
Stone Pelting: रेलवे की प्रतिक्रिया
इस मामले में आरपीएफ की जांच अभी जारी है नॉर्थ सेंट्रल रेलवे जोन के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने इस घटना को लेकर मीडिया में आई कुछ सूचनाओं का खंडन किया है। उन्होंने बताया कि पथराव की सूचना को बड़ा-चढ़कर पेश किया गया है और असल में सिर्फ एक ही पत्थर फेंका गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि इस मामले में फिलहाल किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है । रेलवे प्रशासन इस मुद्दे पर गंभीरता से कम कर रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यह घटनाक्रम रेलवे सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है और इसे नियंत्रित करने की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है