मेडिकल कॉलेज हादसा: 10 नवजातों की दर्दनाक मौत, जांच के बाद होगी सख्त कार्रवाई

Jhansi Medical College: झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए दिल दहला देने वाले हादसे में सरकार नें त्रिस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ विभाग, पुलिस और मजिस्ट्रेट अपनी-अपनी जांच करेंगे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक नें खुद मॉनिटरिंग की कमान सभाली हैं।

Jhansi Medical College: SNCU में कैसे लगी आग?

शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे मेडिकल कॉलेज के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट(SNCU) में आग लग गई। शुरुआती जांच में पाया गया है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के बाद धमाका हुआ, जिससे आग नें भयानक रूप ले लिया। हादसे में 10 मासूमों की जान चली गई, जबकि 39 नवजातों को किसी तरह रिस्कयू किया गया।

Jhansi Medical College: CM योगी के सख्त निर्देश

हादसे की गंभीरता को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ नें डीआईजी और कमिश्नर को 12 घंटे में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है।

Jhansi Medical College: मौके पर पहुंचे डिप्टी सीएम

शनिवार सुबह 5:00 बजे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और स्वास्थ्य मंत्री मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल पर निरीक्षण किया और मृतकों के परिवारों को न्याय दिलाने का वादा किया।

Jhansi Medical College: क्या है पूरा मामला?

झांसी मेडिकल कॉलेज के स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) उन नवजात शिशु की देखभाल के लिए बनाई गई थी जो गंभीर हालत में होते है। लेकिन शुक्रवार रात यह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में हुए ब्लास्ट से अस्पताल प्रशासन की लापरवाही उजागर हो गई। ऐसी संवेदनशील जगह पर आग से निपटने के पर्याप्त इतजाम नहीं थे। इस घटना में 10 मासूमों की जान चली गई है वही 35 बच्चों को बचा लिया गया है।

Jhansi Medical College: हादसे से उठे सवाल

  • मेडिकल कॉलेज में फायर सेफ्टी के इतजाम क्यों काफ़ी ना थे?
  • ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मेंटेनेंस सही तरीके से क्यों नहीं हुई?
  • क्या दोषी कर्मचारी को जल्द सजा मिलेगी?

झांसी मेडिकल कॉलेज का यह हादसा झांसी प्रशासन की लापरवाही दिखता है, बल्कि यह सवाल भी उठना है कि देश में अस्पतालों बच्चों की स्थिति और सुरक्षा पर कोई ठोस कदम उठाए भी जा रहे हैं या नहीं?

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