Kartik Purnima: कार्तिक पूर्णिमा की रात हाजीपुर के कोनहारा घाट पर एक अजीबो गरीब दृश्य देखने को मिला। यहां हर साल की तरह भूत प्रेत को भगाने के नाम पर तंत्र मंत्र का खेल हुआ। इस इस दौरान यहां कहीं औरतें अपना सिर पर पटकती हुई नजर भी आई और कई ओझा अपनी तंत्र-मंत्र की विद्या को साधते हुए भी दिखे। जहां हजारों लाखों लोग अपनी आत्मा को शांति दिलाने के लिए पहुंच चुके थे।
Kartik Purnima: क्या सच में भूतों से छुटकारा पाती है यह तंत्र मंत्र साधना
मान्यता है की पूर्णिमा की रात गंगा स्नान और तंत्र मंत्र के जरिए बुरी आत्मा से मुक्ति मिलती है। यही कारण है कि हाजीपुर में रात भर इस भूत भगा मेला का आयोजन किया गया, जिसमें लोगों ने अपने साथ घटित अनहोनी घटनाओं से छुटकारा पाने के लिए ओझाओं के पास जाकर उनके अजीबोगरीब तरीके अपनाए। इन दवाई के बीच ओझा झाड़ी से लोगों की पिटाई कर रहे थे जबकि उनका दावा था की पिटाई भूत कों भागने के लिए की जा रही हैं।
Kartik Purnima: गंगा में डुबकी फिर भूत भगाने का अंधविश्वास
यहां के स्थानीय लोग बताते हैं कि इस भूत भगाने के मेले की परंपरा सदियों पुरानी हैं और हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर भारी संख्या में लोग स्नान करने और भूत पाटो से छुटकारा पाने के लिए जुड़ते हैं। इस मौके पर करीब 50,0000 से अधिक लोग गंडक नदी में डुबकी लगा ने पहुंचे।
Kartik Purnima: पुलिस और प्रशासन ने की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
इस साल इस भूत प्रेत के मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी गई जिला प्रशासन और नगर परिषद हाजीपुर ने कड़ी निगरानी व्यवस्था की थी। हजार पुलिसकर्मी ड्रोन कैमरा और सीसीटीवी में पूरी घाट की निगरानी की गई थी कम में यशपाल मीना और एसपी हरिकोष राय समेत कई अधिकारियों ने इस पूरे व्यवस्था की देखरेख की।
Kartik Purnima: क्या यह तंत्र मंत्र सिर्फ अंधविश्वास है या फिर सच में इसे भूत प्रेत भाग जाते है
जब लाखों लोग अपनी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए इन मेले में आते हैं तो सवाल उठाते हैं कि क्या यह सब मैच एक अंधविश्वास है या वास्तव में तंत्र मंत्र से कोई असर होता है। जो भी है हाजीपुर की क्या कार्तिक पूर्णिमा रात का यह तंत्र मंत्र भूत प्रेत मेला हर साल लोगों का ध्यान आकर्षित करता है।