उत्तर प्रदेश की बहराइच जिले में भेड़िये का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले कुछ हफ्तों से इलाके में भेड़िये के हमले लगातार सामने आए हैं जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लोग दहशत में जी रहे हैं। बहराइच में भेड़िये के लगातार हमले से ग्रामीण क्षेत्र में डर माहौल है और लोग अपने ही घरों में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
Bahraich: वन विभाग की कोशिश और चुनौतियां
बहराइच के वन विभाग में भेड़िये को पकड़ने के लिए हर संभव कोशिश की है । अब तक विभाग ने पांच भेड़ियो को पकड़ने में सफलता हासिल की है ,लेकिन एक भेड़िया लगातार वन विभाग को चकमा दे रहा है इस भेड़िये की चालाकी और चपलता के कारण उसे पकड़ना अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है । वन विभाग की टीम दिन रात जुटी हुई है लेकिन हर बार भेड़िया बच निकलने में सफल हो जाता है । स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि भेड़िया जंगल के भीतर से निकलकर गांव में आता है और फिर तेजी से गायब हो जाता है जिससे उसकी गतिविधियों पर नजर रखना मुश्किल हो रहा है।
Bahraich:ग्रामीणों में दहशत और डर का माहौल
भेड़िये के हमले से चल के चलते बहराइच के लोग भारी दहशत में जी रहे हैं । दिन ढलते ही लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं और रात्रि के समय बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को लेकर परिवार में चिंता बढ़ती जा रही है। जानवरों पर हुए हम लोग के कारण किसान भी परेशान है । कई घटनाओं में भेड़िये ने मवेशियों को अपना शिकार बनाया है जिससे उनकी संख्या में कमी आई है। लोगों को कहना है कि वन विभाग के आश्वासन के बावजूद अब तक उनकी सुरक्षा के लिए कोई मजबूत कदम नहीं उठाए गए हैं और भेड़िये को पकड़ना में कोई सफलता हासिल नहीं हुई।
Bahraich:भेड़िये की चालाकी वन विभाग के लिए बड़ी चुनौती
यह भेड़िये वन विभाग की पकड़ में आने से लगातार बच रहा है । वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार ,भेड़िया न केवल अत्यधिक चालक है बल्कि अपनी तेज गति का हैं जिसकें कारण वन विभाग इसे पकड़ने में सफलता नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा की ये भेड़िया कभी-कभी गांव के करीब आता है और फिर तेजी से जंगल में गायब हो जाता है । जिससे उसे ट्रैक करना बेहद ही मुश्किल हो रहा है । वन विभाग इस चुनौती से निपटने के लिए आधुनिक उपकरणों और तकनीकियों का सहारा ले रहा है । कैमरा ट्रैप ड्रोन और वन्य जीव विशेषज्ञों की मदद से भी भेड़िये को पकड़ने की कोशिश की जा रही है लेकिन अब तक सफलता हाथ नहीं लग पाई है।