Bahraich Violence:उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में 13 अक्टूबर 2024 को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क गई। यह घटना महाराजगंज कस्बे में हुई जहां मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर दो समुदाय में विवाद हो गया। देखते ही देखते यह विवाद भारी पथराव और फायरिंग में बदल गई। इस हिंसा के दौरान रामगोपाल मिश्रा नामक युवक को गोली लगने से मौत हो गई और करीब 15 लोग घायल हो गए।
Bahraich Violence:प्रशासन की कार्रवाई
हिंसा को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल बुलाया गया और हालात काबू करने के लिए लाठी चार्ज किया गया। घटना के बाद बहराइच के एसपी वृंदा शुक्ला ने हरदी थाने के एस ओ और मसी चौकी इंचार्ज को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मामले की संज्ञान लिया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
Bahraich Violence: रामगोपाल के शव के साथ प्रदर्शन
हिंसा के अगले दिन यानी 14 अक्टूबर को मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिजन और सैकड़ो ग्रामीणों ने शव को लेकर प्रदर्शन किया और अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया। इस दौरान भारी तनाव का माहौल बन गया जिसके कारण इलाके में और अधिक पुलिस बल तैनात किया गया । प्रशासन अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझने की कोशिश की।
Bahraich Violence:आगजनी और तोड़फोड़
हिंसा के बाद भी तनाव जारी रहा और उप्रावतियों ने कुछ दुकानो और शोरूम में आगजनी कर दी इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए यूपी एसटीएफ के अमिताभ यश को भी मौके पर भेजा गया। उन्होंने पिस्तौल लेकर उपरोवड़ियों को खड़े होने में अहम भूमिका निभाई।
Bahraich Violence: हालत अभी भी बने हुए तनावपूर्ण
बहराइच में स्थित अभी भी तनावपूर्ण है। पुलिस ने इलाके में कर्फ्यू जैसे सख्त सुरक्षा व्यवस्था लागू की है ताकि स्थिति और ना बिगड़े प्रशासन और पुलिस लगातार शांति बनाए रखने के अपील कर रहा है।