सरकारी बंगले में फिजूलखर्ची पर सवाल: जनता के पैसे का दुरुपयोग?

Political Accountability:पटना में 5 देश रत्न मार्ग स्थित सरकारी बंगला फिर चर्चा में है। यह बंगला तेजस्वी यादव के खाली करने के बाद से सुर्खियों में है। उनके हटते ही बंगले से कई चीजें जैसे टोंटी, गीजर, कुर्सियां गायब हो गईं। अब इस बंगले में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पूजा-पाठ कर गृह प्रवेश करेंगे।

Political Accountability:तेजस्वी यादव का पसंदीदा आवास

यह सरकारी बंगला तेजस्वी यादव के लिए काफी खास रहा है 2015 में जब वह पहली बार दीप्ति सीएम बने तब उन्होंने इस बंगले का इंटीरियर स्पेन से मंगाई गईथी । ग्रेनाइट और जयपुर के झूमर से सजाया था। करोड़ों रुपए खर्च कर इसे 5-स्टार होटल जैसा बनवाया। लेकिन दोनों बार, उनका कार्यकाल इस बंगले में पूरा नहीं हो सका। 2017 में जब बिहार में एनडीए की सरकार बनी तो सुशील मोदी नए डिप्टी सीएम बने उन्होंने तेजस्वी यादव से यह बंगला खाली करने के लिए कदम उठाए। तेजस्वी इसे छोड़ना नहीं चाहते थे, जिस पर काफी राजनीति हुई। लेकिन आखिरकार उन्हें इसे खाली करना पड़ा।

Political Accountability:सुशील मोदी का आरोप

सुशील मोदी ने जब इस बंगले में कदम रखा तो उन्होंने इसे देखकर कहा कि यह तो प्रधानमंत्री आवास से भी बेहतर है। उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ने बंगले के रिनोवेशन पर फिजूल खर्ची की और नियमों का उल्लंघन किया। इसमें 59 लाख रुपए के फर्नीचर लगवाए गए थे और 44 लाख एयर कंडीशन लगाए गए थे।

 Political Accountability:बंगले की फंडिंग का मामला

सुशील मोदी ने यह भी आरोप लगाया था कि बंगले के लिए बी सी डी (बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन डिपार्मेंट) की ओर से करोड़ों रुपए की फंडिंग की गई थी। इसमें महंगे लेदर के सोफे, फैंसी लाइट zएस विदेशी ग्रेनाइट आदि लगाए गए थे। जो सरकारी बंगले के लिए अत्यधिक खर्च था।

 Political Accountability:कोर्ट के आदेश से बंगला खाली

तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग के आरोप लगे थे, जिसके चलते मामला कोर्ट तक पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने तेजस्वी पर 50,000 का जुर्माना लगाया और उन्हें बंगला खाली करने का आदेश दिया।

 

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