Smart Meters: बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर लोगों के बीच कई गलतफहमियां फैल रही हैं । कुछ लोग कह रहे हैं कि इस मीटर के कारण बिजली के बिल में वृद्धि हो रही है जबकि कुछ का मानना है कि रिचार्ज खत्म होने पर रात में बिजली काट दी जाती है। इन भ्रांतियों ने आम जनता को परेशान कर दिया है और विपक्षी दल जैसे कांग्रेस और आरजेडी भी इसका विरोध कर रहे हैं ।
Smart Meters:डीएम ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस
सीवान ने जिला अधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने इन भर्तियों को दूर करने के लिए समाहरणालय सभागार में बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। इसमें उन्होंने एक-एक मुद्दे पर विस्तार से जानकारी दी और बताया की स्मार्ट मीटर का उद्देश्य जनता को सुविधा देना है ना कि उन्हें परेशान करना हैं।
Smart Meters:स्मार्ट मीटर से नहीं आता ज्यादा बिल
डीएम गुप्ता ने बताया कि स्मार्ट मीटर से ज्यादा बिल नहीं आता है साथ ही यह भी स्पष्ट किया की आधी रात को बिजली नहीं काटी जाती । अगर बिजली कट्टी भी है तो सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे के बीच ही काटी जाएगी। स्मार्ट मीटर का उद्देश्य बिजली की खपत को बेहतर तरीके से नियंत्रित करना और उपभोक्ताओं को अधिक सुविधा प्रदान करना है ।
Smart Meters:स्मार्ट मीटर से बिजली की खपत में कमी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीएम ने स्मार्ट मीटर के कई फायदे भी बताए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बिजली की खपत कम होती है, क्योंकि उपभोक्ता अपनी खपत पर नजर रख सकते हैं । साथ ही सरकारी दफ्तरों में स्मार्ट मीटर लगाने के बाद खपत के आंकड़ों की जांच की जाएगी ताकि किसी गलती की पहचान की जा सके ।
Smart Meters:लोगों के हित में है स्मार्ट मीटर
डीएम ने जोर देकर कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने का मुख्य उद्देश्य जनता के हित में है। इससे उपभोक्ताओं को बिजली की खपत पर बेहतर नियंत्रण मिलेगा और यह कदम उन्हें सशक्त बनाने के लिए उठाया गया है। लोगों को जागरूक करने के लिए यह प्रक्रिया चलाई जा रही है ताकि किसी प्रकार के भ्रांति ना रहे और सभी को सही जानकारी मिल सके।